एजेंसी, नई दिल्ली | बायजू के मुख्य कार्य अधिकारी बायजू रवींद्रन और उनके परिवार के सदस्यों को बोर्ड से बाहर करने की मांग करने वाले बायजू के निवेशकों के साथ कंपनी की लड़ाई लंबी खिंच सकती है। उद्योग के सूत्रों और कानूनी जानकारों का मानना है कि इससे कंपनी के संचालन और बाजार साख पर भी बुरा असर पड़ सकता है। उद्योग के सूत्रों और रवींद्रन के नजदीकी लोगों ने कहा कि वह (रवींद्रन) मुख्य कार्य अधिकारी का पद नहीं छोडऩे वाले हैं और अपने परिवार के सदस्यों को भी बोर्ड में बरकरार रखने के लिए भी पूरी ताकत से भिड़ेंगे। सूत्रों ने बताया कि रवींद्रन ने अपने कर्मचारियों से कहा कि उन्होंने अपना फर्ज निभाने के लिए सब कुछ किया है। साथ ही कर्मचारियों के वेतन भुगतान और कंपनी के संचालन के लिए पिछले दो वर्षों में व्यक्तिगत रूप से कंपनी में 1.1 अरब डॉलर का निवेश भी किया है। एक व्यक्ति ने कहा, रवींद्रन कंपनी को चलाए रखने के लिए व्यक्तिगत गारंटी पर ऋणदाताओं से रकम जुटा रहे हैं। लॉ फर्म केएस लीगल ऐंड एसोसिएट्स में मैनेजिंग पार्टनर सोनम चंदवानी ने कहा, बायजू रवींद्रन को कंपनी में अपनी गहरी प्रतिबद्धता और काफी निजी त्याग के लिए जाना जाता है। इसलिए, वह बिना लड़ाई लड़े अपना पद छोड़ दें ऐसा मुमकिन नहीं दिखता है। उन्होंने कहा, इस प्रतिरोध से कानून विवाद लंबा चल सकता है जिससे स्थिति और अधिक खराब हो सकती है। इससे कंपनी के संचालन और प्रतिष्ठा पर भी प्रतिकूल असर पडऩे की आशंका है।
by Dinesh S on | 2024-02-26 14:07:22